सिद्धार्थनगर बृजेश पाण्डेय थाना शोहरतगढ़ के ग्राम खरगवार में 17 वर्षीय लड़की की हत्या का अभियुक्त 48 घण्टे के अन्दर गिरफ्तार ।
थाना शोहरतगढ़ पुलिस, एसओजी व सर्विलांस सेल टीम को मिली बडी सफलता ।
गिरफ्तार अभियुक्त को थाना शोहरतगढ़ क्षेत्रान्तर्गत ग्राम खरगवार में संध्या पुत्री प्रह्लाद निवासी खरगवार थाना शोहरतगढ़ जनपद सिद्धार्थनगर उम्र 17 वर्ष की हत्या के सम्बन्ध में थाना शोहरतगढ़ पर मु0अ0सं0 34/2024 धारा 302 भादवि पंजीकृत किया गया था । उक्त सूचना पर सुश्री प्राची सिंह, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना कारित करने वाले अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक शोहरतगढ़, एसओजी टीम, सर्विलांस सेल को निर्देशित किया गया था । जिसके क्रम में सिद्धार्थ, अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर के कुशल पर्यवेक्षण व अरुणकान्त सिंह, क्षेत्राधिकारी शोहरतगढ़ के कुशल निर्देशन में आज दिनांक 12-02-2023 को शोहरतगढ़ पुलिस, एसओजी व सर्विलांस सेल टीम द्वारा उक्त हत्या की घटना कारित करने वाले अभियुक्त (मृतका का पिता) को प्लाईबुड तिराहा थाना शोहरतगढ़ से गिरफ्तार कर आवश्यक विधिक कार्यवाही करते हुए माननीय न्यायालय रवाना किया जा रहा है ।
पूछताछ का विवरण-
अभियुक्त प्रह्लाद द्वारा बताया कि हमारी लड़की संध्या 11वीं कक्षा में शिवपति इण्टर कालेज शोहरतगढ़ में पढ़ती थी तथा हमारे ही गांव के अंकित उपाध्याय पुत्र पुरुषोत्तम उपाध्याय से बात करती थी तथा चोरी चुपके मिलती जुलती थी । एक दिन हमारी पत्नी ने दोनों को बातचीत करते हुये देखा तो मुझे बताया तब मैने अंकित व संध्या दोनों को बातचीत न करने हेतु बताया था, फिर भी हमें इधर उधर से जानकारी मिल रही थी कि हमारी लड़की अभी भी स्कूल आते-जाते अंकित उपाध्याय से मिलती जुलती व बात कर रही है जिससे हमारी समाज में बहुत बदनामी हो रही थी, अतः हमने अपनी लड़की संध्या को खत्म करने की योजना बनायी और पूर्व प्लानिंग के तहत दिनांक 09.02.2024 को अपने घर पर पत्नी को यह बताया कि मैं मुम्बई कमाने जाऊगां तो हमारी पत्नी ने सबेरे ही पराठा आदि तैयार कर दिया और मेरा लड़का साइकिल से मुझे शोहरतगढ़ रेलवे स्टेशन पर छोड़कर वापस घर चला गया । मैं शोहरतगढ़ रेलवे स्टेशन से पनवेल एक्सप्रेस का टिकट लेकर स्टेशन पर बैठा रहा परन्तु ट्रेन नहीं पकडा तथा इधर उधर घूमता रहा । समय 08 से 09 बजे के आस-पास मै चेतिया रेलवे क्रासिंग पर गया और एक ठेले पर से चावल और छोला खरीदा । छोला खा गया और चावल अपने बैग मे रख लिया । पुनः घूमते हुये वापस रेलवे स्टेशन पर आया । करीब 11 बजे अंकित उपाध्याय को भी मैने रेलवे स्टेशन पर आते हुये देखा तो मुझे लगा कि अंकित उपाध्याय फिर मेरे लड़की से मिलने रेलवे स्टेशन आया है किन्तु जब अंकित उपाध्याय मुझे देखा तो वह स्टेशन पर रुका नही और कहीं चला गया । समय करीब 12 बजे मेरी लड़की संध्या विद्यालय से वापस रेलवे स्टेशन होते हुये घर जा रही थी तो मैने उसे वहीं रोक लिया और समय पास करने तथा रात हो जाने पर ठिकाने लगाने के उद्देश्य से अपनी लड़की को लेकर चेतिया मोड़ पर गया और वहां से आटो पर बैठाकर पूजा चढ़ाने के बहाने जोगमाता मन्दिर जोगिया उदयपुर ले गया वहां अगबत्ती कपूर जलवाया तथा समय पास करने के लिये शाम तक इधर उधर घूमता रहा । पुनः वहां से अपनी लड़की को लेकर आटो से रेलवे स्टेशन नौगढ़ गया वहां से मेमो ट्रेन से रात्रि करीब 07.30 बजे शोहरतगढ़ पहुंचा और पैदल ही अपनी लड़की को लेकर गांव के पहले स्कूल के पीछे के बाग में ले गया और अपनी लडकी को समझाया कि मेरे मना करने के बाद भी तुम अंकित उपाध्याय से क्यों बात करती हो, इस पर वह कही की मै अंकित से बात करुंगी । इस पर मुझे और क्रोध आ गया और मैने अपने मफलर से उसका दोनो हाथ बांध कर अपने दोनो हाथों से उसका गला दबा कर मार दिया फिर उसके गाल पर नाखून से चिकोटी काट कर चेक किया कि कहीं व जिन्दा तो नहीं है इत्मिनान होने पर सुबह ठेले पर लिया गया चावल उसके मुंह के पास गिरा दिया ताकि लोग यह समझे कि हमारी लड़की को उसके प्रेमी द्वारा जहर देकर मार दिया गया है । उसके पश्चात मैं अपने घर न जाकर वहीं से वापस रेलवे स्टेशन शोहरतगढ आ गया और सुबह 5 बजे इण्टर सिटी ट्रेन पकड़कर ऐशबाग लखनऊ चला गया । संध्या की मृत्यु की सूचना पर मैंने अपनी पत्नी को थाने जाकर उसके प्रेमी के विरुध्द हत्या का केस दर्ज कराने को कहा तथा लखनऊ से वापस तो आ गया परन्तु घर जाने पर पकडे जाने की डर से इधर उधर छिपकर घूम रहा था कि आप लोगों द्वारा पकड लिया गया ।
।