सिद्धार्थनगर। रविवार को ढेबरुआ थाना क्षेत्र के ग्राम पकडिहवा में एक सप्ताह पूर्व मृत विवाहिता का शव क्रब से खोद कर निकालने का मामला प्रकाश में आया है। मृतका का नाम शाहीन पत्नी मंजूर आलम है। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतका शाहीन के पिता हन्नान का आरोप है कि उसकी बेटी की दहेज के लिए हत्या की गई है। रमज़ान के इस पवित्र मौके पर हुई इस मौत से स्थानीय मुस्लिम समाज मे बहुत क्षोभ व्याप्त है।
बताया जाता है शाहीन के पिता हन्नान निवासी कठेला गर्बी, टोला लबारडीह थाना कठेला की फरियाद पर रविवार सुबह दस बजे पुलिस सक्षम मजिस्ट्रेट के साथ शाहीन की ससुराल के कब्रिस्तान में पहुंच गयी। उन्हें मृतका शाहीन के कब्र की खुदाई करना था। गवाहों के आने के बाद कब्र की खुदाई हुई तो वहां हज़ारों रोज़ेदार मौजूद थे। उन सभी के सामने शाहीन के शव को कब्जे में लेकर सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। अब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से पता चलेगा कि सच्चाई क्या है।ज्ञात रहे कि 25 वर्षीया शाहीन की गत 15 मार्च को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। शाहीन के पिता हन्नान का आरोप था कि उसकी बेटी की हत्या की गई है। उसने दावा किया था कि उनकी बेटी के गले पर निशान हैं और उसे पूरा यकीन है कि उसको गाला दबा कर मारा गया है। हन्नान के मुताबिक उसने पुलिस में रिपोर्ट लिखाने की कोशिश भी की मगर पुलिस वालों ने उसे टाल दिया। उसके बाद उसने एसपी के यहां फरियाद की। उसके बाद पुलिस अधीक्षक ने उपरोक्त आदेश दिया और लाश को कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजी गई। रमजान के महीने में हुई इस घटना को लेकर बहुत आक्रोश है। लोग इसके लिए ससुरालियों की कठोर निंदा कर रहे हैं।
सच्चाई क्या है यह तो पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा, मगर शाहीन के पिता हन्नान का कहना है कि 6 साल पहले उसने अपनी बेटी की शादी पकडीहवा निवासी मंज़ूर आलम से की थी। उसने शादी में लाखों का दहेज दिया था फिर भी लालची ससुराल वाले उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। इसलिए जब उसने बेटी के गले पर दबाव के निशान देखे तो उसे पूरा यकीन हो गया कि उसका कत्ल किया गया है। फिलहाल पवित्र रमज़ान के महीने में इस मामले पर आसपास का मुस्लिम समाज काफी दुखी नज़र आ रहा है।