पंपिंग सेट इंजन पर पानी पीने गई 16 वर्षीय किशोरी इंजन में फंस कर घायल हालत नाजुक।
त्रिलोकपुर थाना व भनवापुर ब्लाक क्षेत्र के मल्हवार गांव में चल रहे मनरेगा का काम करने गई थी,नाबालिग।
सिद्धार्थनगर – जिस उम्र में बच्चे पढ़ते हैं उसी उम्र में जिम्मेदारों ने फावड़ा व तसला हाथों में थमा दिया एक तरफ सरकार चाहती है सब पढ़ें सब बढ़े लेकिन जिम्मेदारों की वजह से सरकार के मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है।मामला ब्लाक भनवापुर व त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के मल्हवार गांव में मंगलवार को दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे पंपिंग सेट इंजन पर पानी पीने गई कुमकुम पुत्री अजोरे(16) वर्षीय नाबालिग इंजन में फंस कर घायल हो गई।यह घटना मनरेगा में चल रहे काम को करते समय प्यास लगने पर वह बगल के खेत में चल रहे पंपिंग सेट इंजन पर पानी पीने गई थी जहां उसका बाल इंजन में फंस गया।घायल कुमकुम को परिजन वेवां सीएचसी ले गये,जहां डाक्टरों ने हालत नाजुक देख बस्ती के लिए रेफर कर दिया।समाचार लिखे जाने तक कैली बस्ती के डाक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया था।
भनवापुर ब्लाक क्षेत्र के मल्हवार गांव में ग्राम प्रधान के द्वारा पश्चिम उत्तर तरफ पीडब्ल्यूडी रोड से नहर तक मनरेगा से मिट्टी पटाई का काम कराया जा रहा था।मनरेगा का काम करने गई कुमकुम को प्यास लगी,तो वह बगल के खेत में चल रहे पंपिग सेट इंजन पर पानी पीने गई,इसी बीच कुमकुम का बाल चल रहे इंजन के कपलिंग में फंस गया।एकाएक कुमकुम की चीख सुन कर जबतक काम कर रहे मजदूर आते तब तक कुमकुम बेहोश हो गई।आनन फानन में परिजन उसे वेवां सीएचसी ले गये,जहां से डाक्टरों ने हालत गंभीर देख बस्ती के लिए रेफर कर दिया।प्राप्त सूचना के अनुसार प्राथमिक उपचार के बाद कैली बस्ती के डाक्टरों ने मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया है।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी भनवापुर आलोक दत्त उपाध्याय ने बताया कि घायल कुमकुम मनरेगा में काम करने नही,अपने पिता के लिए खाना लेकर गई थी।
दो दिनों से मनरेगा में काम करने जाती थी कुमकुम।
भनवापुर ब्लाक क्षेत्र में ग्राम प्रधानों की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है।कहीं कागजो में काम तो कहीं हाजिरी के सापेक्ष मनरेगा मजदूरों की कम उपस्थित आएं दिन आती रहती है।भनवापुर ब्लाक क्षेत्र के मल्हवार गांव में नाबालिग कुमकुम के मनरेगा में काम करने के दौरान लगी प्यास को बुझाने के लिए पंपिग सेट इंजन पर पानी पीने गई और उसका बाल इंजन में फंस गया और वह बुरी तरह घायल हो गई।सचिव विवेक कुशवाहा के साथ बीडीओ आलोक दत्त उपाध्याय कुमकुम को मनरेगा में काम करने की बात से इंकार कर रहे हैं,वहीं कुमकुम की मां लीलावती का कहना है कुमकुम दो दिनों से मनरेगा में काम करने जाती थी। जब इस में जिलाधिकारी से बात की गयी तो उन्होंने कहा जांच का विषय है जांच कर होगी कार्यवाही