सिद्धार्थनगर जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 की अध्यक्षता एवं मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार की उपस्थिति में लोहिया कला भवन में टी.बी. हारेगा देश जीतेगा, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत टी.बी. मुक्त जनपद के 204 ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त घोषित किया गया।
इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 एवं मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार द्वारा जनपद के 206 ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानगण को गांधी जी की कांस्य रंग की प्रतिमा व प्रमाण देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समस्त इस विशेष उपलब्धि पर समस्त अधीक्षक व राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के कार्मिक को भी इस उपलब्धि हेतु प्रमाण पत्र दिया गया ।
इस अवसर पर जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 ने कहा कि आज के कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। ग्राम प्रधान, स्वास्थ्य विभाग की टीम को जिलाधिकारी द्वारा बधाई दी गयी। 07 अक्टूबर 2024 को हम लोग बैठक कर यह शपथ लिया गया था कि 149 ग्राम पंचायतों को टी.बी. मुक्त करना है जिसके सापेक्ष 206 ग्राम पंचायतों को टी.वी. मुक्त किया गया है। 10 ग्राम पंचायते 02 अक्टूबर 2024 को टी.बी. मुक्त हो चुकी थी। टी.बी. मुक्त अभियान में ग्राम पंचायत, स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से यह सफलता मिल पायी है। हमें इसी तरह आगे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना है। अपने आस पास किसी भी व्यक्ति को 15 दिवस तक खांसी अथवा बुखार आ रहा है तो उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल में टी.बी. जांच कराने ले जाये। आज हम सब यह शपथ ले कि अगले 100 दिन में 400 ग्राम पंचायतों को टी.बी. मुक्त बनाना है। जो भी ग्राम पंचायत टी.बी. मुक्त हो चुकी है ग्राम पंचायत के बाहर टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायत में आपका स्वागत है का बैनर लगायेंगे।
मुख्य विकास अधिकारी श्री जयेन्द्र कुमार ने कहा कि टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायत की रूपरेखा 02 माह पूर्व जिलाधिकारी द्वारा रूपरेखा तैयार की गयी थी जो आज मूर्त रूप ले रहा है। टी.बी. यदि किसी व्यक्ति को हो जाती है तो उसे लगातार समय से दवायें लेना चाहिए। यह एक गम्भीर बीमारी है। अगर किसी को हो जाती है उसे आर्थिक रूप से भी परेशान होता है। ग्राम प्रधानों से अपील करते हुए कहा कि आप लोग लोगों को जागरूक करे यदि किसी को 15 दिन से अधिक समय से खंासी आ रही है तो उसे तत्काल अस्पताल पर ले जाकर उसकी जांच कराये। सरकार द्वारा टी.बी. के मरीजों को 1000 की आर्थिक सहायता दी जाती है।
इस अवसर पर उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रजत कुमार चौरसिया, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, डीपीआरओ पवन कुमार, जिला क्षय रोग अधिकारी, डिप्टी डीटीओ व समस्त कर्मचारी उपस्थिति रहे।