सिद्धार्थनगर जिला स्वास्थ्य समिति (डी0एच0एस0) एवं विशेष संचारी रोग, क्षय रोग की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी श्री पवन अग्रवाल की अध्यक्षता एवं मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी पवन अग्रवाल द्वारा पिछली बैठक के कार्यवृत्त की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी द्वारा ई-कवच पोर्टल पर आशा, बीपीएम, बीसीपीएम द्वारा डाटा फीडिंग की प्रगति की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने समस्त डाटा समय से व सही डाटा अपलोड करने का निर्देश दिया। समस्त एम0ओ0आई0सी0 को निर्देश दिया कि सभी ब्लाकों में जिन एएनएम का स्थानान्तरण किया गया है उनको रिलीव करें तथा जो एएनएम रिलीव हो गयी हैं अभी तक ज्वाइन नहीं की हैं उनके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि सभी उपकेन्द्रो पर गर्भवती महिलाओ की डिलेवरी कराने तथा सही ढंग से काम न करने वाली आशाओं के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी ने समस्त एम0ओ0आई0सी0 को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित कर ले कि सभी का प्रसव अस्पताल में ही हो तथा उसकी शत-प्रतिशत फीडिंग कराये जाने का भी निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी श्री पवन अग्रवाल ने समस्त एम0ओ0आई0सी0 को गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर रजिस्ट्रेशन कराने, उनका समय-समय पर टीकाकरण कराने तथा सुरक्षित प्रसव कराने के साथ पोर्टल पर फीडिंग कराने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत प्रसव पश्चात दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि लाभार्थी के खाते में समय से प्रेषित करे। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि जो भी स्वास्थ्य केंद्र जर्जर हैं उनके ध्वस्तीकरण हेतु आवश्यक कार्यवाही करें। ई-संजीवनी के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा मरीजों को टेली मेडिसिन सुविधा उपलब्ध करायें। टी0बी0 के मरीजों को चिन्हित कर उनको पोषण हेतु मिलने वाले धनराशि को उपलब्ध करायें तथा उनकी नियमित दवा लेने की मानीटरिंग करें। जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यों की समीक्षा सप्ताह में करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी सी.एच.सी./पी.एच.सी. पर पीने के पानी की व्यवस्था एवं साफ-सफाई व्यवस्था होना चाहिए। शौचालय क्रियाशील हो जिससे आने वाले मरीजो को किसी प्रकार की परेशानी न हो। जिलाधिकारी ने एमओआईसी को निर्देश दिया कि दवायें उपलब्ध होनी चाहिए। जिलाधिकारी द्वारा परिवार नियोजन, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना, टीकाकरण अभियान, पी0सी0पी0एन0डी0टी0, रोगी कल्याण समिति, अनटाइड फन्ड, हेल्थ वेलनेस सेन्टर, जननी सुरक्षा योजना आदि की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी आयुष्मान मित्र व आशा के माध्यम से घर-घर जाकर गोल्डेन कार्ड बनाने का शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करे। जनपद के 05 स्थानो पर फास्ट रेफलर (एफ.आर.यू.) यूनिट शुरू हो गयी है जिससे गर्भवती महिलाओ का आपरेशन के द्वारा डिलेवरी की सुविधा प्रदान की जा रही है।
इस बैठक में उपरोक्त के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/प्राचार्य मेडिकल कालेज डा0 ए0के0झा, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 डी0के0चौधरी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, डैम राकेश मिश्र, मानबहादुर, अमित शर्मा, समीर सिंह, डा0 संजय गुप्ता, प्रत्यूष दूबे, समस्त सीएचसी/पीएचसी के एम0ओ0आईसी0, बीपीएम, बीसीपीएम आदि उपस्थित थे।