खुनियांव ब्लाक में मनरेगा कार्य फर्जी उपस्थिति का बना हब
सिद्धार्थनगर जिले के खुनियाव विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत करहीखास में फर्जी मनरेगा श्रमिकों को संचालित किया जा रहा है जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार लगातार मनरेगा श्रमिकों को 100 दिन की रोजगार देने की वादा करती है तो दूसरी तरफ ग्राम प्रधान और सचिव के मिली भगत से गरीब परिवारों को नहीं मिल रहा रोजगार वहीं करही खास के कारनामो की पोल खुलते नजर आ रही है सरकार के ऐसे महत्वाकांक्षी योजनाओं को लेकर की ग्राम प्रधान व सचिव के द्वारा जिस प्रकार से ग्राम पंचायत में विकास के नाम पर लूट-खसोट कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ग्राम प्रधान सचिव व तकनीकी सहायक के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है तकनीकी सहायक के द्वारा एमबी रिपोर्ट किस तरह से तैयार किया गया है जहां दो वर्क आईडी पर पर 108 मनरेगा श्रमिकों की फर्जी उपस्थिति लगाकर मनरेगा एक्ट को चुनौती दी जा रही है जहां ग्राम पंचायत करही खास में हन्नान के खेत से हिन्दू कब्रिस्तान तक एग्रो रोड कार्य पर 58 मनरेगा श्रमिक तो दूसरी वर्क आईडी पर गंगाराम के खेत से पूर्व अब्दुल्लाह के खेत तक एग्रो रोड कार्य दिखाया गया है जिसमें 50 मनरेगा श्रमिकों को संचालित किया जा रहा है लेकिन सबसे बड़ी बात सोचने वाली है कि एक ही मनरेगा श्रमिक दो जगहों पर कैसे काम करते हैं जहां दोनों वर्क आईडी पर एक ही फोटो अपलोड किया गया है आखिर ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा क्या आज तक मौके का निरीक्षण नहीं किया या फिर जानबूझ कर सरकार के मंशा को धूमिल करने में ग्राम प्रधान व सचिव लगे हुए हैं आखिर इस तरह का भ्रष्टाचार खुनियांव ब्लाक में कब तक संचालित होता रहेगा खण्ड विकास अधिकारी की निष्क्रियता सामने आती प्रतीत हो रही है तो दूसरी तरफ एपीओ के द्वारा भी क्या आज तक ग्राम पंचायत का कभी निरीक्षण नहीं किया गया शायद ब्लाक के बंद कमरे में बैठ कर ग्राम पंचायत का लेखा-जोखा होता है

यहां सिर्फ लोकेशन बदल कर फोटो अपलोड किया जाता है जहां तस्वीरों में देख सकते हैं श्रमिक दोनों वर्क आईडी पर एक है लेकिन लोगों को इधर से उधर करके हाजिरी लगाने में थोड़ी सी कोर कसर नहीं छोड़ते हैं