बाबा साहब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की जयंती अम्बेडकर सभागार मे मनाया गया

सिद्धार्थनगर . राष्ट्रीय एकीकरण अनुभाग उ0प्र0 शासन के तत्वावधान में बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह का आयोजन अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) उमाशंकर की अध्यक्षता एवं पी0डी0/प्र0मुख्य विकास अधिकारी नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी की उपस्थिति में अंबेडकर सभागार मे किया गया।
उक्त अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) उमाशंकर, पी0डी0/प्र0मुख्य विकास अधिकारी श्री नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं द्वीप प्रज्ज्वलित कर नमन किया गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) उमाशंकर ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के सामाजिक और वैचारिक योगदानो के लिए हम सभी उनके ऋणी हैं। डा0 अम्बेडकर के जन्म के समय समाज में बहुत सी कुरीतिया थी जिसका सामना उन्हें करना पड़ा। उस समय अनुसूचित जाति के बच्चो को अलग बैठाया जाता था। डा0 अम्बेडकर की प्रतिभा से प्रभावित होकर बड़ौदा नरेश सयाजी राव ने उनकी पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की इसके सहारे उन्होने 1912 में बी0ए0 उत्तीर्ण कर उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु अमेरिका गये। समाज में व्याप्त बुराइयो को दूर करने के लिए संविधान में दलितो को आरक्षण दिया और उन्हे लोकसभा एवं विधानसभा में स्थान दिलाया। डा0 अम्बेडकर ने आगे चलकर बौद्ध धर्म अपनाया। डा0 भीमराव अम्बेडकर ने विभिन्न देशो की यात्रा करके वहां के संविधान का अध्ययन कर भारत के सविधान का निर्माण किया। सामाजिक रूप से अब बुराइयां प्रतीत नही होती है। संविधान द्वारा सभी स्वतंत्रता का अधिकार दिया गया। राज्य सरकार/केन्द्र सरकार के संचालक का उल्लेख भी संविधान में किया गया। समाज का प्रत्येक व्यक्ति मुख्यधारा से जुड़ेगा तभी देश का विकास होगा। अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) श्री उमाशंकर ने सभी को डा0 भीमराव अम्बेडकर जयन्ती की बधाई दी।
इस अवसर पर पी0डी0 डा0 नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर को दलितों के मसीहा,समाजसेवी एवं विधि विधिवेत्ता के रूप में जाना जाता है।आजादी के बाद संविधान के निर्माण में योगदान दिया। उन्होंने सामाजिक एकता को मजबूत करने के लिए पूरा जीवन काम किया ,छुआछूत के साथ ही सामाजिक असमानता के लिए भी उन्होंने संघर्ष किया। ऐसे में उनके विचारों को सभी को एकजुट होकर आगे ले जाने की जरूरत है। बाबा साहब के विचारों के साथ सामाजिक एकीकरण का कार्य करना चाहिए।डा0 अम्बेडकर ने सबसे अधिक शिक्षा पर बल दिया है। समाज के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। डॉ भीमराव अंबेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रेरणा लेकर हम सभी को राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को बनाए रखना चाहिए। इस अवसर पर डी0सी0एन.आर.एल.एम. योगेन्द्र लाल भारती, जिला पंचायत राज अधिकारी पवन कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनोद राय, सेवानिवृत्त प्रवक्ता रतनसेन डिग्री कालेज बांसी के0के0त्रिपाठी, माता प्रसाद जायसवाल इन्टर कालेज इटवा सदानन्द त्रिपाठी व अन्य लोगो द्वारा डा0 भीमराव अम्बेडकर के जीवन के बारे में विस्तार पूर्वक अपने विचार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन सिद्धार्थ शंकर पाण्डेय द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उपरोक्त के अतिरिक्त क्षेत्राधिकारी सदर सुजीत राय, जिला कमान्डेन्ट होमगार्ड राहुल कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 जीवन लाल, अपर जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी वीरेन्द्र सिंह, जिला समन्वय एकीकरण समिति सच्चिदान्नद शुक्ल, समेत तमाम अधिकारी व कर्मचारी तथा एस एस बी के जवान उपस्थित रहे।

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